साइलेज और हे बनाकर किसान, पशुपालक कमा सकते है दोगुना मुनाफा

By : Tractorbird News Published on : 29-Jul-2024
साइलेज

गाय, भैंस या भेड़-बकरी, सभी को चारे का संकट है। सरकारी आंकड़ों में हरा-सूखा चारा और मिनरल मिक्चर दोनों में निरंतर कमी देखी जाती है। 

ये आंकड़ा चारे की कमी को दिखाता है। पशुपालकों को इन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इनसे आय दोगुना होती है। 

साइलेज और हे की मांग बाजार में चारे की कमी के साथ बढ़ने लगी है। जब हरा चारा बहुत होता है, तो उसका साइलेज बनाकर स्टॉक कर लिया जाता है।

देश भर में कई सरकारी संस्थान किसानों और पशुपालकों को हे और साइलेज बनाने की कला सिखा रहे हैं। 

थोड़ी सी ट्रेनिंग के बाद किसान और पशुपालक अपने पशुओं को पूरे साल सस्ता हरा चारा खिला सकते हैं और इससे बिक्री भी कर सकते हैं, एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं। 

इसमें ट्रेनिंग केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मथुरा से दी जाती है। हम इस प्रशिक्षण के बाद घर पर हे और साइलेज बनाकर चारे की कमी पूरा कर सकते हैं।

ये भी पढ़ें: साइलेज क्या होता है? (what is silage ) पशुओं को साइलेज खिलाने के क्या फायदे है?

किस मौसम में बनाया जाता है साइलेज और हे ?

  • फोडर एक्सपर्ट ने किसानों को बताया कि साइलेज और हे घर पर तैयार करने के लिए बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। 
  • तैयार किए गए साइलेज-हे पशुओं को बिना ट्रेनिंग और एक्सपर्ट की सलाह के खिलाने की कोशिश न करें। साइलेज बनाने से पहले सुबह उस हरे चारे को काटें जो हम साइलेज बनाने जा रहे हैं। 
  • ऐसा करने से हमें दिन भर उस चारे को सुखाने का समय मिलेगा, क्योंकि साइलेज बनाने से पहले चारे के पत्तों को सुखाना चाहिए
  • चारे को सीधे जमीन पर कभी नहीं सुखाएं। लोहे की जाली या स्टैंड पर रखकर सुखाएं। 
  • चारे को छोटे-छोटे गठ्ठर बनाकर लटकाकर सुखाया भी जा सकता है, क्योंकि जमीन पर चारा डालने से फंगस लगने की संभावना अधिक होती है कुल मिलाकर, साइलेज प्रक्रिया में शामिल होना चाहिए जब चारे में 15 से 18 प्रतिशत नमी रह जाए और एक बात का खास ख्याल रखें कि पशुओं को कभी भी फंगस लगा चारा नहीं देना चाहिए।

किन फसलों से बनाया जा सकता है साइलेज और हे ?

  • फोडर एक्सपर्ट के मुताबिक साइलेज बनाने के लिए फसल चुनना सबसे महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि साइलेज बनाते समय चारे में फंगस नहीं लगना चाहिए। 
  • इसके लिए, साइलेज बनाने के लिए हमेशा पतले तने वाली चारे की फसल का ही चुनाव करना चाहिए। फसल पकने से पहले ही उसे काट दें। 
  • फसल के तने को टुकड़ों में काट लें। उन्हें ऊपर बताए गए तरीके से सुखा लें। 
  • पतली तने वाली फसल जल्दी सूखने से फायदा मिलता है। नमी का पता लगाने के लिए तने को हाथ से तोड़कर देखें।

Join TractorBird Whatsapp Group

Categories

Similar Posts

Ad