किसानों को कीट-रोग की जांच के लिए मिलेगा AI तकनीक से लैस कीट मैनेजमेंट सिस्टम

By : Tractorbird News Published on : 17-Aug-2024
किसानों

हर क्षेत्र में AI का इस्तेमाल तेजी से हो रहा है। इससे कृषि भी प्रभावित है। कृषि क्षेत्र में नवीन उपकरणों के इस्तेमाल के बाद, कृषि उपज सहित अन्य कार्यों के लिए AI तकनीक से लैस सिस्टम की आवश्यकता होगी। 

वास्तव में, केंद्रीय कृषि मंत्री आज स्वतंत्रता दिवस पर खेती को विकसित करने और फसलों को नुकसान से बचाने के लिए AI तकनीक से लैस कीट मैनेजमेंट सिस्टम शुरू करेंगे। इस दौरान वह एक हजार कृषकों और परिवारों से भी मिलेगा। 

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर 1,000 से अधिक किसानों और उनके परिवारों को दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। 

इन किसानों में एफपीओ प्रतिनिधियों, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभार्थी भी शामिल हैं।

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डिजिटल पहल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक 

  • 15 अगस्त को पूसा के सुब्रमण्यम हॉल में कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों से बातचीत कि राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली (NSPS) इस अवसर पर शुरू की गयी। 
  • कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की यह डिजिटल पहल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) जैसी नवीनतम तकनीकों से लैस है, जिससे सटीक कीट प्रबंधन सलाह समय पर दी जा सकती है। 
  • इस कीट मैनेजमेंट सिस्टम से सभी किसानों को आसानी से लाभ मिलेगा, क्योंकि इसमें एक मोबाइल ऐप और एक वेब पोर्टल शामिल हैं। 

कीट मैनेजमेंट सिस्टम से क्या फायदे होंगे ?

कीटों की तुरंत पहचान और निगरानी करने के लिए नवीनतम एनालिटिक्स और डेटा सिस्टम का उपयोग किया जाएगा। 

किसानों को कीट नियंत्रण प्रणाली से लाभ होगा क्योंकि यह फसल रोगों और कीटों के हमलों का तुरंत समाधान देता है। 

इसके अलावा फसलों का नुकसान कम करता है और उत्पादन बढ़ाता है। कीट मैनेजमेंट सिस्टम को कृषि को आधुनिक बनाने, खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने और खेती की टिकाऊ कार्य प्रणालियों को बेहतर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।

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