एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF) में ऐतिहासिक परिवर्तन से आसानी से मिलेगी ब्याज अनुदान सुविधा
By : Tractorbird News Published on : 02-Jul-2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF) की शुरुआत 1 लाख करोड़ रुपये की फंडिंग के साथ लॉन्च कर दिया गया था।
हाल ही में केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF) में काफी बड़ा परिवर्तन किया है। ब्याज अनुदान के बढ़ते दावों के बीच ऐसे मामलों के निपटारे के लिए मंत्रालय ने शुक्रवार को एक वेब पोर्टल जारी किया था।
साथ ही, भारतीय किसानों की सफलता की कहानी को लोगों तक पहुंचाने के लिए 'कृषि कथा' ब्लॉगसाइट को भी लॉन्च कया।
इन दोनों की शुरुआत करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया कि एआईएफ के अंतर्गत अब तक भारतभर में 67,871 प्रोजेक्ट के लिए 43,000 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की गई है।
एक दिन के अंदर पोर्टल के जरिए अनुदान दावों का निपटान
- कृषि मंत्री चौहान ने कहा कि नए लॉन्च किए गए पोर्टल से अनुदान दावों का निपटान एक दिन के भीतर हो जाएगा, जिसमें मैन्युअल तरीके से महीनों लगते थे।
- यानी अब एआईएफ के तहत मिलने वाला ब्याज अनुदान पाना सहज हो जाएगा। इस कदम से पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी और भ्रष्ट तरीकों पर विराम लगेगा।
- इस योजना के तहत बैंकों और वित्तीय संस्थानों के माध्यम से 2025-26 तक यह धनराशि उपलब्ध करवाई जानी है।
- इस योजना में बैंकों द्वारा दिए गए 2 करोड़ रुपये तक के कर्ज के लिए 3% फीसदी ब्याज अनुदान और बैंकों द्वारा भुगतान की गई क्रेडिट गारंटी शुल्क की अदायगी का प्रावधान है।
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कृषि मंत्री चौहान ने ब्याज अनुदान की गणना को लेकर कही बड़ी बात
- कृषि मंत्री चौहान ने बताया कि "ऑटोमेटेड सिस्टम पोर्टल के जरिए ब्याज अनुदान की सटीक गणना संभव होगी, जिससे मैन्युअल प्रोसेसिंग में संभावित मानव त्रुटि से बचा जा सकेगा।
- इससे दावों का काफी तीव्रता से निपटान भी होगा। इस पोर्टल का उपयोग बैंक, कृषि और किसान कल्याण विभाग का केंद्रीय परियोजना प्रबंधन इकाई और नाबार्ड करेंगे।
- इससे न सिर्फ ब्याज अनुदान दावा बल्कि क्रेडिट गारंटी शुल्क दावे का निपटान करने में भी सहायता मिलेगी।
- दरअसल, इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत अप्लाई करके पैसा लेने वालों का आरोप है, कि ब्याज अनुदान मिलने में दिक्कत हो रही है। इसलिए यह नई पहल की गई है।"
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि कथा के बारे में क्या कहा ?
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "'कृषि कथा' भारतीय किसानों की आवाज को प्रदर्शित करने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में काम करने वाली एक ब्लॉगसाइट है।
जो देश भर के किसानों के अनुभवों और सफलता की कहानियों को बढ़ावा देने का काम करेगी।
किसानों के अनुभव साझा करने वाले नए पोर्टल से किसान समुदाय एक-दूसरे के अनुभवों से लाभांवित हो सकेगा।
किसान स्वयं नए-नए प्रयोग कर रहे हैं और उनकी सफल कहानियों को दूसरों के लिए अनुकरणीय बनाने के लिए उन्हें अब सामने लाने की जरूरत है।