पशुओं का बदलते मौसम में कैसे रखे ध्यान जानिए सम्पूर्ण जानकारी ?
By : Tractorbird News Published on : 09-Feb-2024
इस समय निरंतर मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। वर्षा के कारण ठण्ड में भी वृद्धि हुई है। डेयरी पशुओं का इस समय पशुपालकों को ध्यान रखना बहुत आवश्यक है जिससे की पशुओं से दूध का उत्पादन अच्छा प्राप्त कर सके। इस समय कई रोगों का भी प्रकोप पशुओं में देखने को मिल सकता है।
इस लेख में आप जानेगे की इस मौसम में आप अपने पशुओं का ध्यान कैसे रख सकते है जिससे की आपके डेयरी बिजनेस में मुनाफा हो।
सर्दियों में पशुओं का कैसे रखे ध्यान ?
- सर्दियों में पशुओं को ठंडे मौसम से बचना चाहिए क्योंकि कम तापमान न केवल हानिकारक होता है इससे न केवल पशुओं के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है बल्कि पशुओं के दूध उत्पादन पर भी असर पड़ता है।
- सर्दियों में पशुओं को धूप में बैठने देना चाहिए, पशु शेड की खिड़कियों को दिन के समय हवा के उचित मार्ग के लिए खोला जाना चाहिए ताकि स्वच्छ हवा नमी को भी बाहर निकाल दे।
- उन्हें गर्मी प्रदान करने के लिए जलाई जाने वाली आग के धुएं से बचाएं, नमी और धुआं होने से निमोनिया की संभावना बढ़ जाती है।
- सर्दियों में ठंड से लड़ने और बचाव के लिए पशुओं को खिलाने के लिए दैनिक राशन की अधिक मात्रा भी आवश्यक है ।
- कमजोर एवं बीमार पशुओं को ठंड से बचाने के लिए टाट या बोरी के कपड़े से ढंकना चाहिए।
- दूध देने वाले पशुओं के शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए उन्हें तेल का मिश्रण खिलाना चाहिए।
- डेयरी पशुओं को हरा अंकुरित, सड़ा हुआ या गंदा आलू न खिलाएं। ये घातक विषाक्तता का गंभीर कारण बन सकते हैं ।
- पशुओं को स्वस्थ रखने के लिए 50 ग्राम आयोडीन युक्त नमक या 50 से 100 ग्राम खनिज पदार्थ प्रतिदिन हरे चारे या दाने के साथ मिलाएं।
- पशुओं में पेट फूलना रोकने के लिए हरे चारे को गेहूं के भूसे जैसे सूखे चारे के साथ मिलाएं।
- पशुओं को अकेला चावल का भूसा कभी न खिलाएं
- यदि पेट फूलने के लिए पोषण संबंधी कारण जिम्मेदार हैं, तो उन्हें सरसों का तेल 250-300 ml तक दिया जा सकता है।
- पशुओं को कृमि मुक्त करने का यह सही समय है। यदि पशुओं को अभी तक टीका नहीं लगाया गया है। एफएमडी, पीपीआर, हेमोरेजिक सेप्टिसीमिया, एंटरोटॉक्सिमिया, ब्लैक क्वार्टर आदि के टीके इस समय लगवा सकते है।