हरियाणा के कुरुक्षेत्र और राजधानी चंडीगढ़ में सूरजमुखी को एमएसपी पर खरीदने को लेकर और भावांतर योजना में ना बेचने को लेकर शुक्रवार को किसानों और अधिकारियों के बीच मीटिंग हुई थी। इस बैठक में कहा गया था कि अगर समस्या का कोई समाधान नहीं निकलेगा तो उनके द्वारा 6 जून को शाहबाद में जाम लगाया जाएगा। किसानों की मांगे पूरी ना होने पर 7 जून को भारतीय किसान यूनियन चारुणी ग्रुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चारुणी ने शाहबाद में जाम लगा दिया।
पुलिस ने बुधवार को कहा कि भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चारुणी सहित नौ नेताओं को किसानों द्वारा एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज खरीदने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने के बाद गिरफ्तार किया गया है।
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पुलिस के बयान के मुताबिक मंगलवार शाम को हिरासत में लिए जाने के बाद भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर बीकेयू के नौ नेताओं को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि दंगा करने, गैरकानूनी रूप से एकत्र होने और लोक सेवक को अपने कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए आपराधिक बल का प्रयोग करने के आरोप उनके खिलाफ लगाए गए हैं।
कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक एसएस भोरिया ने बताया कि बीकेयू के नौ नेताओं के अलावा किसानों के विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में पकड़े गए दो दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारियों को कल रात रिहा कर दिया गया। गिरफ्तार किए गए नौ बीकेयू नेताओं को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
हरियाणा सरकार ने सूरजमुखी को भावांतर योजना में खरीदने का निर्णय लिया है। जिसमें ₹4800 भाव तय किया गया है और भावांतर योजना के तहत ₹1000 किसान को दिए जाएंगे। कुल ₹5800 किसान को प्रति किवंटल सूरजमुखी पर दिए जाएंगे। लेकिन एमएसपी ₹6400 है जिस पर सरकार खरीद नहीं कर रही है।
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जिसके विरोध स्वरूप 7 जून को किसानो ने शाहबाद में जी.टी. रोड जाम कर दिया। किसानों को रोकने के लिए शाहबाद में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं जगह-जगह बेरिकेट्स भी लगाए गए।