अगर आप अपने घर में पत्थरचट्टा का पौधा लगाना चाहते हैं, तो इसे उगाना बेहद आसान है।
लेकिन ध्यान दें कि इसे हमेशा गमले या ग्रो बैग में अकेले ही लगाएं, क्योंकि इसकी ग्रोथ काफी तेजी से होती है और यह पूरे गमले में फैल सकता है। इस वजह से, इसके साथ किसी अन्य पौधे को लगाने से बचें।
पत्थरचट्टा उगाने के लिए आप नर्सरी से पौधा ला सकते हैं या इसकी पत्तियों के किनारों पर उगने वाले छोटे पौधों से इसे उगा सकते हैं।
इसे लगाने के लिए पत्तियों को सीधा मिट्टी में दबा सकते हैं, जिससे नए पौधे उगने लगते हैं। इसके अलावा, इसके बीजों को मिट्टी में लगाकर भी इसे उगाया जा सकता है।
यह एक सकुलेंट पौधा है, इसलिए इसे अधिक पानी की जरूरत नहीं होती। पानी तभी डालें जब मिट्टी की ऊपरी परत पूरी तरह सूख जाए।
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यह पौधा तेज धूप और आंशिक छाया दोनों में अच्छे से बढ़ सकता है। इसे ऐसी जगह रखें जहां इसे पर्याप्त सूर्य प्रकाश मिले।
पत्थरचट्टा के पौधे पर नेमाटोड और कुछ अन्य कीटों का हमला हो सकता है। इसे सुरक्षित रखने के लिए जैविक नीम तेल (Neem Oil Spray) का छिड़काव करें।
1. गुर्दे और पित्ताशय की पथरी – यह पौधा किडनी और गॉलब्लैडर की पथरी को खत्म करने में मदद करता है। रोज सुबह दो पत्तियां गर्म पानी के साथ लेने से लाभ मिलता है।
2. मूत्र मार्ग संक्रमण – यह पौधा मूत्र विकारों के उपचार में लाभदायक होता है।
3. पेट दर्द – अदरक के पाउडर को इसके रस या सिरप के साथ लेने से पेट दर्द में राहत मिलती है।
पत्थरचट्टा न केवल देखने में सुंदर होता है, बल्कि इसके कई औषधीय गुण भी हैं, जो इसे एक बेहतरीन घरेलू पौधा बनाते हैं।