इन आधुनिक यंत्रो को खरीदने से आसान हो सकता है खरपतवार नियंत्रण का कार्य

By : Tractorbird News Published on : 28-Jun-2024
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खरपतवारों के कारण फसल के उत्पादन में काफी हद तक कमी आती है, क्योंकि खरपतवार फसल के साथ स्थान, पोषक तत्वों, पानी और सूर्य की किरणों के लिए पर्तिस्पर्धा करते है। 

खरपतवार नियंत्रण फसल में सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता है। निराई गुड़ाई हाथो और मशीनों से भी की जा सकती है। 

खरपतवारों की रोकथाम से फसलों की पैदावार और गुणवत्ता, साथ ही प्रोटीन और अन्य फायदेमंद तत्वों की मात्रा में वृद्धि हो सकती है। 

इस लेख में आपको खरपतवार नियंत्रण के लिए इस्तेमाल होने वाले आधुनिक यंत्रो के बारे में जानकारी देंगे।

स्वचालित रोटरी पावर वीडर

  • वीडर डीजल इंजन से चलता है। ग्राउंड व्हील को वी बेल्ट दृपुली से इंजन की शक्ति दी जाती है। 
  • इस मशीन में गहराई बनाए रखने के लिए पीछे एक पहिया लगाया जाता है। रोटरी वीडींग अटेचमेंट खरपतवार नष्ट करना है। 
  • प्रत्येक रोटरी वीडर डिस्क पर एक-दूसरे की विपरीत दिशा में घुमावदार ब्लेड लगे होते हैं। 
  • इन ब्लेडों के घूमने से मिट्टी और घास मिल जाती है। 
  • रोटरी टिलर 400 मिमी की चौड़ाई में काम कर सकता है और आवश्यकतानुसार गहराई में फसल क्षेत्र में मिट्टी, घास और घास को काटकर मिश्रित कर सकता है।
  • इस यंत्र का प्रयोग गन्ना, मक्का, कपास, टमाटर, बैंगन और दलहन जैसी फसलें जिनमें पंक्तियों की बीच की दूरी 450 मि.मी. से ज्यादा है, में खरपतवार नियंत्रण हेतु किया जाता है।

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कोना वीडर

  • इस मशीन में दो रोटर, फ्लोट, फ्रेम और हैंडल लगे हैं। 
  • रोटर त्रिशंकु आकार के होते हैं और लंबाई में चौरस दाँतेदार स्ट्रिप्स उनकी सतह पर होते हैं। विपरीत अनुकूलनिय क्रम में रोटर लगे होते हैं। 
  • फ्लोट, रोटर और हैंडल फ्रेम के साथ में जुड़े हुए होते हैं।
  • फ्लोट कार्य की गहराई को नियंत्रित करते हैं और रोटर असेंबली को पोखर मिट्टी में धंसने से रोकते हैं। कोनो वीडर दबाव प्रक्रिया द्वारा संचालित होता है। 
  • रोटर का अभिविन्यास मिट्टी के शीर्ष 3 सेमी में आगे-पीछे चलता है, जिससे खरपतवार को जड़ से उखाड़ने में मदद मिलती है। 
  • कोनो वीडर का उपयोग पंक्तिबद्ध धान की फसल में कुशलतापूर्वक खरपतवार हटाने के लिए किया जाता है। 
  • यह आसानी से संचालित किया जा सकता है और पोखर मिट्टी में नहीं धंसता। इस यंत्र की कार्य क्षमता लगभग 0.18 हेक्टेयर प्रतिदिन है।

व्हील हैंड हो

  • व्हील हैंड हो (Wheel Hand Hoe) एक प्रकार का कृषि उपकरण है जिसे छोटे-छोटे खेतों में या बागानों में खरपतवार हटाने, मिट्टी की जुताई करने, और फसल के बीच की जगह साफ करने के लिए उपयोग किया जाता है। 
  • इसमें एक या दो पहिए होते हैं और उसके साथ एक हैंडिल होता है, जिससे किसान इसे धकेलकर काम कर सकते हैं। 
  • इसमें लगे हुए ब्लेड या हो (hoe) की सहायता से मिट्टी की ऊपरी परत को काटकर खरपतवार निकालने में आसानी होती है। 
  • यह यंत्र अकेले व्यक्ति द्वारा चालित होता है। 
  • इस औजार के सभी मिट्टी में कार्य करने वाले पुर्जे मध्यम कार्बन स्टील के बने होते हैं जो 40-45 एच.आर.सी. तक कठोर किए होते है।

ड्राईलैंड पेग वीडर 

  • ड्राइलैंड वीडर, या हुक टाईप, एक हस्तचालित उपकरण है जो खरपतवार को फसल की पंक्तियों के बीच मार डालता है। 
  • इसमें एक रोलर है जिसमें लोहे की रॉड से फिट की गई दो डिस्क लगी हैं। 
  • रॉड पर छोटे समचतुर्भुज आकार के हुक कंपित प्रकार से जुड़े हुए हैं। नरम लोहे की पूरी रोलर असेम्बली है। 
  • पोलर असेम्बली के पीछे हैंडल के रॉड (भुजाएँ) पर "VÓ आकारीय ब्लेड" लगा हुआ है। ब्लेड की ऊंचाई कार्य की गहराई पर निर्भर करती है। 
  • हैंडल, जो पतले मजबूत पाईप से बना है, मशीन की भुजाओं से जुड़ा हुआ है।
  • इसका प्रयोग सब्जी, फलों के बागों मे तथा अंगूर उद्यानों मे खरपतवार हटाने के लिए किया जाता है। 
  • यह भूमि की सख्त मिट्टी की परत को तोड़कर उसे उपजाऊ बनाने में भी सहायक है। इसकी कार्य क्षमता लगभग 0.05 हेक्टेयर प्रतिदिन होती है।

इन सभी यंत्रो का इस्तेमाल करके समय से खेतों में खरपतवार नियंत्रण किया जा सकता है। 

इन सभी लाभों के चलते आधुनिक यंत्र खरपतवार नियंत्रण को अधिक आसान, तेज़, और प्रभावी बनाते हैं, जिससे किसानों की उत्पादकता और लाभ में वृद्धि होती है।

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