गुजरात राज्य में बन्नी नस्ल की भैंस पाई जाती हैं। इसे गुजरात राज्य के कच्छ जिले में अधिक होने के कारण कच्छी भी कहा जाता है। इस भैंस का दूसरा नाम "बन्नी" है, जो गुजरात के कच्छ जिले में रहने वाली एक चरवाहा जनजाति का नाम है। ये मालधारी जनजाति भी कहलाता है। यह समुदाय इस भैंस को रीढ़ माना जाता है। इस भैंस की बाजार कीमत 50 हजार से 1 लाख रुपये तक है। यह भैंस पाकिस्तान के सिंध प्रांत की नस्ल है।
पिछले पांच सौ वर्षों से इस राज्य की मालधारी जनजाति या उस पर शासन करने वाले लोगों के लिए मालधारी नस्ल की यह भैंस सबसे महत्वपूर्ण पशुधन है। 2010 में इसे भारत में भैंसों की ग्यारहवीं नस्ल का दर्जा दिया गया। यह भैंस अन्य भैंसों से बहुत अलग होता है, खासकर दुग्ध उत्पादन में। अगर आप इस भैंस को जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक पढ़े।
दूध उत्पादन क्षमता के लिए पशुपालकों में लोकप्रिय बन्नी भैंस की महंगी कीमत इसे खरीदने में असमर्थ बनाती है। आपको बता दें कि एक बन्नी भैंस का मूल्य एक लाख से तीन लाख रुपए तक हो सकता है।