जुलाई माह में कृषि कार्य: बेहतर उपज के लिए किसानों की मार्गदर्शिका

By : Tractorbird Published on : 22-Jul-2025
जुलाई

जुलाई का महीना भारतीय कृषि में खरीफ फसलों के लिहाज से सबसे अहम माना जाता है। इस समय मानसून सक्रिय रहता है, जिससे खेतों में बुवाई, निंदाई, उर्वरक प्रबंधन और अन्य कृषि गतिविधियाँ पूरे जोरों पर होती हैं। 

इस माह में किए गए कार्य पूरे सीजन की फसल उत्पादकता को प्रभावित करते हैं। आइए जानते हैं जुलाई में किए जाने वाले मुख्य कार्य, बुवाई योग्य फसलें, देखभाल के उपाय और उपज बढ़ाने के 7 जरूरी टिप्स:

जुलाई माह के प्रमुख कृषि कार्य

1. खेत की तैयारी व बुवाई

मानसून की पहली बारिश के बाद खेत की जुताई कर मिट्टी को भुरभुरा बनाया जाता है, जिससे बीज का बेहतर अंकुरण हो सके।

2. नमी संरक्षण

वर्षा के अनियमित रहने पर गहरी जुताई व मेढ़बंदी कर मिट्टी में नमी बनाए रखनी चाहिए।

3. उर्वरक प्रबंधन

बुवाई से पहले व 15-20 दिन बाद जैविक और रासायनिक खादों का संतुलित उपयोग जरूरी होता है।

4. खरपतवार नियंत्रण

खरपतवार फसलों के पोषक तत्व छीनते हैं, अतः 15-20 दिन में एक बार निराई-गुड़ाई आवश्यक है।

5. कीट एवं रोग नियंत्रण

बारिश के मौसम में रोग व कीट अधिक लगते हैं, अतः समय पर जैविक या रासायनिक छिड़काव करना जरूरी है।

6. सिंचाई व जल निकासी

अधिक बारिश में जलभराव से बचाव करें और जहां जरूरत हो वहां सिंचाई करें। धान को जल भराव चाहिए लेकिन मक्का, कपास आदि को नहीं।

7. पौध देखभाल व सुरक्षा

फसल को सहारा देना, छंटाई करना और रोगग्रस्त पौधों को हटाना आवश्यक होता है ताकि स्वस्थ वृद्धि हो सके।

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फसल देखभाल के जरूरी सुझाव

1. समय पर बुवाई करें

 मौसम के अनुसार सही समय चुनकर बुवाई करें, देर करने से उपज घट सकती है।

2. बेहतर बीज का चयन करें

प्रमाणित और उपचारित बीज ही बोएं ताकि रोगों से सुरक्षा मिले।

3. संतुलित उर्वरक का प्रयोग करें

फसल की जरूरत के अनुसार नत्रजन, फास्फोरस, पोटाश और जैव उर्वरक (जैसे PSB, Rhizobium) का उपयोग करें।

4. जल प्रबंधन पर ध्यान दें

जहां आवश्यकता हो, वहां सिंचाई करें और वर्षा अधिक होने पर जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

5. नियमित खरपतवार नियंत्रण करें

 खरपतवारों को समय पर हटाकर फसल को पोषण की पूरी आपूर्ति दें।

6. कीट-रोग से सुरक्षा करें

तना छेदक, माहू, पत्ती लपेटक, झुलसा जैसे कीट-रोगों से फसल को बचाने के लिए जैविक या रासायनिक उपाय अपनाएं।

7. फसल चक्र व अंतरवर्ती खेती अपनाएं

 मक्का + उड़द या कपास + मूंग जैसी फसलें साथ उगाकर आय बढ़ाएं और मिट्टी की उर्वरता बनाए रखें।

किसान जुलाई में क्या करें जिससे उपज बढ़े?

  • मौसम की जानकारी लें – KVK या IMD से मौसम पूर्वानुमान प्राप्त करें और उसी अनुसार कार्य करें।
  • कृषि यंत्रों का प्रयोग करें – आधुनिक यंत्रों से खेत की तैयारी कर समय और लागत बचाएं।
  • बीज उपचार अनिवार्य करें – थायरम, कार्बेन्डाजिम जैसे कवकनाशी से बीज का उपचार करें।
  • जैविक उपाय अपनाएं – वर्मी कम्पोस्ट, पंचगव्य, नीमास्त्र जैसे उपाय अपनाएं।
  • जल निकासी की व्यवस्था करें – वर्षा के दौरान खेतों में जल जमाव से फसल बचाएं।
  • वैज्ञानिकों की सलाह लें – KVK या कृषि अधिकारी से मार्गदर्शन लेकर समस्याओं का समाधान करें।
  • फसल बीमा का लाभ लें – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना व अन्य सरकारी योजनाओं से लाभ उठाएं।

निष्कर्ष

जुलाई खरीफ सीजन की नींव रखने वाला महीना है। यदि किसान इस समय खेत की सही तैयारी, उर्वरक संतुलन, जल प्रबंधन, रोग नियंत्रण और वैज्ञानिक सलाह के अनुसार कार्य करें, तो न केवल उपज में बढ़ोतरी होगी बल्कि मुनाफा भी सुनिश्चित होगा।

यदि आप चाहें तो इस सामग्री को पोस्टर, किसान प्रशिक्षण पुस्तिका या स्थानीय भाषा में ट्रांसलेट किया जा सकता है।

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