गेहूं की फसल लगभग 40-45 दिनों की हो गयी है।फसल में किसनों ने पहला पानी भी दे दिया है अब किसानों के खेत में खरपतवार की समस्या आ रही होगी।
जहां गेहूं की फसल में खरपतवार उग आई हो वे किसान दवा का छिड़काव करें। इससे खरपतवार जल्द नष्ट हो जाएगी और फसल भी अच्छी होगी। गेहूं की फसल में जंगली जई, दूब घास, हिरन खुरी, बथुआ आदि का प्रकोप होता है। इन खरपतवारों के कारण गेहूं की फसल में 30-45 प्रतिशत की हानि हो सकती है।
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चौड़ी पत्तियों वाले खरपतवार की रोकथाम के लिए 2-4 डी सोडियम लवण (2,4 D SODIUM SALT) 80 प्रतिशत डब्ल्यूपी (WP) 01 लीटर (LITER) दवा 500-600 लीटर पानी में मिलाकर पहली सिंचाई के बाद स्प्रे करें। इसी प्रकार जिन किसानों के खेत में संकरी पत्ती वाली खरपतवार दिखाई दे तो मेटसल्फ्यूराॅन मिथाईल (Metasulfuron methyl) 20 प्रतिशत डब्ल्यू.पी 20-30 ग्राम/हैक्टर 500-600 लीटर पानी में मिलाकर पहली सिंचाई के बाद स्प्रे करें।