भारत एक कृषि प्रधान देश है जहाँ हर तरह की फसल की खेती की जाती है। इस समय भारत के अंदर आलू की फसल की खुदाई की जा रही है लेकिन बारिश की वजह से फसल काफी ख़राब हो गयी है। पंजाब और हरियाणा सहित पुरे भारत में मार्च के महीने भारी बारिश होने की वजह से फसल खराब हो गयी हैं।
किसानों के लिए ये नया साल ज्यादा अच्छा साबित नहीं हो रहा है क्योंकि किसानों को बहुत अधिक आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ रहा है। कई राज्यों में किसानों को उनकी फसल के सही दाम नहीं मिल रहे हैं, किसानों को अपनी फसलें सड़कों पर फेंकनी पड़ रही है। फसल बर्बाद होने पर और उनके सही दाम न मिलने पर किसान आत्महत्या कर रहे हैं। कभी बारिश तो कभी गर्मी ने किसानों को बहुत परेशान कर दिया है।
इस साल के शुरुवाती दिन किसानों के लिए अच्छे नहीं गए शुरुवात में ही शीतलहर और बारिश से फसल खराब हो गयी थी। देश के कई राज्यों जैसे की राजस्थान, पंजाब, और हरियाणा में फसल पूरी तरह से खराब हो चुकी है।
इस बार आलू की खेती बहुत होने के कारण किसानों को उनका सही मूल्य नहीं मिल रहा है। किसान अपनी लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहे हैं जिस वजह से वो बहुत ही ज्यादा हताश हैं। बिहार और उत्तर प्रदेश के किसानों की बात करें तो किसानों ने परेशान होकर आलू को सड़कों पर फेंकना शुरू कर दिया है।
ये भी पढ़ें: राजस्थान की छात्राओं के लिए खुशखबरी प्रतिवर्ष मिलेंगे 40,000 रुपए
इस बार किसानों को आलू की खेती में बहुत ही ज्यादा नुकसान हुआ है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की सरकार ने किसानों की मदद करने के लिए कई नीतियां अपनायी हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने एमएसपी पर आलू खरीदने को कहा है लेकिन किसानों को इससे कोई लाभ नहीं पहुंचा इसी वजह से किसान काफी ज्यादा परेशान है। उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में आलू बहुत ही ज्यादा मात्रा में हुए जिस वजह से किसानों को आलू रखने के लिए शीतगृह भी नहीं मिले और किसानों के आलू खराब हो गए।
ऐसा ही कुछ हाल प्याज़ की खेती के साथ भी हुआ है देश के कई राज्यों में प्याज बहुत ही बड़ी मात्रा में की गयी है। महाराष्ट्र, गुजरात, और राजस्थान के किसानों के साथ भी ऐसा ही हुआ है प्याज ज्यादा मात्रा में होने की वजह से उनकी कीमतों में गिरावट आ गयी जिस वजह से किसान बहुत ज्यादा नाखुश है।
महाराष्ट्र में भी उत्तर प्रदेश की तरह किसानों ने सड़कों पर प्याज को फेंक दिया है और सरकार को अपना गुस्सा दिखाया है। इनमें से कुछ ऐसे भी किसान हैं जिन्होंने व्यापारियों को अपनी जेब से पैसे भी दिया हैं। आलू और प्याज़ के दाम न बढ़ने से किसानों को बहुत दुख झेलने को मिल रहा है, हर साल कुछ न कुछ ऐसा हो ही जाता है जिससे किसान को उनकी फसल का सही मूल्य नहीं मिल पाता है।
भारत के किसान इस साल आलू के भाव से बहुत ही ज्यादा परेशान हैं। आलू की मात्रा बढ़ने की वजह से उनकी कीमत में काफी गिरावट आ गयी है जिसकी वजह से किसान बहुत ज्यादा परेशान है। मार्च महीने में भी बारिश पड़ने की वजह से फसल खराब हो गयी है। देश के कई राज्य जैसे की पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश में मार्च महीने में हुई बारिश से गेहूं, आलू की फसलें खराब हो गयी हैं। इससे किसानों के ऊपर कहर सा आ गया है।
इस बारिश की वजह से सबसे ज्यादा गेहूं की फसलों पर प्रभाव पड़ा है। इस बारिश से 5.23 लाख हेक्टेयर की फसल खराब हुई है और सबसे अधिक राजस्थान में बारिश की वजह से फसलें खराब हुई हैं। राजस्थान में ओलावृष्टि की वजह से 3. 88 लाख हेक्टेयर में लगी हुई गेहूं की फसल खराब हो गयी है जिससे किसान असहनीय दर्द में है। फसल की बर्बादी की वजह से कोटा के एक किसान ने आत्महत्या की है।
ये भी पढ़ें: अंगूर की खेती ने बदली किसान की ज़िन्दगी
गेहूं और आलू की फसल के साथ - साथ फलों की फसलों को भी बारिश की वजह से नुकसान हुआ है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार सहित कई राज्यों में आम और लीची की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में बारिश की वजह से फसल खराब होने पर इनके उत्पादन में कमी आ सकती है और इनकी कीमतें बढ़ सकती है।
भारत के अलग - अलग राज्य में बारिश की वजह से फसल बर्बाद हुई हैं खासकर चना, आलू, सरसों, गेहूं। इसी के साथ ही केंद्र सरकार ने मुआवज़ा देने की बात कही है। केंद्र सरकार ने बताया है कि इस साल फसल की बर्बादी की वजह से किसानों को बहुत नुकसान हुआ है जिससे की उनकी फसल का उत्पादन भी गिर गया है।
केंद्र सरकार का मानना है कि इस साल गेहूं की पैदावार में 10 लाख टन उत्पादन कम होगा। इसी वजह से सरकार मुआवज़ा देने के लिए तैयार हुई हैं। कई राज्यों में वैशाखी के दिन मुआवज़ा देने की बात कही है।
आज हमने इस आर्टिकल में आपको किसानों के नुकसान के बारे में बताया कि कैसे उन्हें बारिश की वजह से फसल में नुकसान हुआ है। हम इस वेबसाइट - Tractorbird पर ट्रेक्टर और उससे जुडी जानकारी प्रदान करते हैं। अगर आप भी ट्रेक्टर , खेती या उससे जुडी हुई कोई अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट ट्रॅक्टरबर्ड को फॉलो कर सकते हैं। ऐसे ही और आर्टिकल्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट ट्रॅक्टरबर्ड के साथ बने रहे।