भारत में रुद्राक्ष को पवित्र और धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। रुद्राक्ष का उपयोग ज़्यदातर धार्मिक कार्यों के लिए ही किया जाता हैं।
ऐसा माना जाता है की रुद्राक्ष भगवान शिवजी की भक्ति करने के लिए डाला जाता है इससे शिवजी खुश हो जाते हैं।
रुद्राक्ष की प्राप्ति रुद्राक्ष पेड़ से होती है। रुद्राक्ष का पेड़ जिसे इलियोकार्पस गेनिट्रस भी कहा जाता है, एक सदाबहार वृक्ष होता है इसके बीज को रुद्राक्ष बोलै जाता है।
इस लेख में हम आपको रुद्राक्ष का पेड़ कैसा होता है, इसके उपयोग, महत्व और रुद्राक्ष पेड़ की खेती से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे।
जैसा की आपने जाना रुद्राक्ष भगवान शिव से जुड़ा हुआ माना जाता है, इसलिए हिन्दू धर्म में इसका बहुत अधिक महत्व है।
रुद्राक्ष का महत्व धार्मिक, आध्यात्मिक, मानसिक और आयुर्वेदिक दृष्टि से अत्यंत विशेष माना गया है। रुद्राक्ष के कई महत्व हैं जो की निम्नलिखत दिए गए हैं -
धार्मिक मान्यताओं और ऋषिमुनियों रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से मणि जाती हैं इसलिए ये भगवान शिव का प्रतीक या अंश होता है।
शिवपुराण में वर्णन किया गया है की जो भी व्यक्ति रुद्राक्ष को धारण करता हैं उसपर भगवान शिव जी की कृपा बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है इसमें भी भगवान शिव के प्रतीक रुद्राक्ष को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। यह पंचतत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश) और दिशाओं (उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम व कोने) के सामंजस्य पर आधारित है।
हिन्दू धर्म में रुद्राक्ष माला का उपयोग मंत्र जाप के लिए किया जाता है, ॐ नमः शिवाय, महामृत्युंजय मंत्र आदि के जाप में रुद्राक्ष माला का उपयोग होता है।
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रुद्राक्ष की माला का जाप करने से मन शांत और भगवान की भक्ति में विलीन रहता है साथ ही रुद्राक्ष पहनने से एकाग्रता बढ़ती है।
रुद्राक्ष की माला धारण करने वाले व्यक्ति का मन पवित्र रहता है, यह व्यक्ति को मानसिक तनाव, डर और क्रोध आदि से राहत प्रदान करता है।
रुद्राक्ष के फल (रुद्राक्ष) का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष माला धारण करने से BP संतुलन में रहता है। साथी ही रुद्राक्ष हृदय
और दिल को स्वस्थ रखने में सहायक है।
रुद्राक्ष के कई प्रकार कि प्रजातिया भारत में पाई जाती है, पर इसके प्रकार को बीज के अनुसार माना गया है।
रुद्राक्ष के बीजों पर खांचे होते हैं जिनको मुख कहा जाता है उन मुख्य को अनुसार रुद्राक्ष को कई भागों में बता गया हैं जो कि निम्नलिखित दिए गए हैं।
1 मुखी रुद्राक्ष को आत्मज्ञान और एकाग्रता का प्रतीक माना जाता है। 1 मुखी रुद्राक्ष को 1 ध्यान करने वाले और योगी धारण करते है।
5 मुखी रुद्राक्ष को मानसिक शांति, स्वास्थ्य का प्रतीक माना गया है इसलिए 5 मुखी को सभी लोग धारण कर सकते है।
7 मुखी रुद्राक्ष को धन और सफलता का प्रतीक माना जाता है इसको धारण करने से धन और सफलता कि प्राप्ति होती है इसलिए व्यवसायी लोग इसे धारण करे तो अच्छा माना जाता है।
11 मुखी रुद्राक्ष साहस, आत्मबल का प्रतीक हैं इसे मुख्य रूप से विद्यार्थी, नेता और अधिकारियों को धारण करना चाहिए।
रुद्राक्ष का पेड़ हर जगह नहीं उगता इसलिए इसकी कीमत थोड़ी अधिक होती हैं। रुद्राक्ष की कीमत इसके प्रकार पर निर्भर करती हैं, असली रुद्राक्ष की कीमत 4000-5000 से शुरू होती हैं और कई रुपय तक होती हैं।