राष्ट्रीय किसान दिवस का इतिहास और महत्व क्या है ?

By : Tractorbird News Published on : 17-Dec-2024
राष्ट्रीय

प्राचीन काल से भारत कृषि प्रधान देश माना जाता रहा है। हमारे देश में किसानों को अन्नदाता का दर्जा प्राप्त है। 

भारत के अंदर हर साल 23 दिसंबर के दिन को राष्ट्रीय किसान दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 

इस दिन को किसानों के हिमायती और उनको मजबूत बनाने के लिए बहुत सारे काम करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। 

आंकड़ों के मुताबिक, भारत के लगभग 60% प्रतिशत लोग कृषि पर निर्भर हैं। 

इसीलिए इस देश के अन्नदाता को सम्मान देने के लिए प्रतिवर्ष देशभर में 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती मनाई जाती है। उनका जन्म 23 दिसंबर 1902 में हुआ था। 

चौधरी चरण सिंह को किसानों का हिमायती माना जाता है। उनके मंत्री और प्रधानमंत्री रहते हुए किसानों के हितों के लिए कई काम किये गए और किसानों को सशक्त बनाने का काम किया गया। 

उन्हीं को सम्मान देने के लिए अब प्रतिवर्ष नेशनल फार्मर्स डे मनाया जाता है।

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राष्ट्रीय किसान दिवस के पीछे का इतिहास क्या है ?

  • भारत को कृषि प्रधान देश के रूप में जाना जाता है। यहां की लगभग 50% आबादी अब भी ग्रामीण इलाकों में रहती है और आजीविका के लिए कृषि संबंधित कार्यों पर निर्भर हैं। 
  • इसलिए देश के विकास और अर्थव्यवस्था में किसानों के योगदान के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए और देश भर में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है।
  • भारत सरकार ने साल 2001 में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्म दिवस 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत की थी। 
  • कृषि क्षेत्र में चौधरी चरण सिंह के योगदान और किसानों के कल्याण के लिए उनके संघर्ष को सम्मान देने के लिए उनकी जन्म जयंती को किसान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया था। 
  • इसके बाद से हर साल 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
  • राष्ट्रीय किसान दिवस समाज और देश के समग्र आर्थिक एवं सामाजिक विकास में किसानों के योगदान के महत्त्व को समझने के लिए और लोगों के बीच जागरुकता बढ़ाने के लिए हर साल मनाया जाता है। 
  • इस दिवस पर सरकार द्वारा विभिन्न सेमिनार, कार्यक्रम और कृषि और किसानों की स्थिति पर वाद-विवाद प्रतियोगिताएं और अन्य गतिविधियों का आयोजन कर देश भर के किसानों को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जाता है।

राष्ट्रीय किसान दिवस के महत्व की जानकारी 

  • किसान को अन्नदाता या धरती पुत्र भी कहा जाता है। पूरी दुनिया में अमीर हो या गरीब, नौकरीपेशा हो या उद्योगपति सभी, भोजन के लिए किसान की मेहनत पर आश्रित है। 
  • पूरे साल दिन-रात, गर्मी, बारिश और ठंड की परवाह किए बिना किसान अपनी मेहनत से खेतों में फसलें उगाता है और पूरे देश की भूख मिटाने का काम करता है। 
  • इसलिए किसानों के परिश्रम को सम्मान देने के लिए हर साल किसान दिवस मनाया जाता है।
  • किसानों के श्रम और बलिदान को पहचानने के लिए हर साल राष्ट्रीय किसान दिवस पर किसानों के सामाजिक और आर्थिक कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। 
  • इस दिन का उपयोग किसानों को उनकी उपज बढ़ाने के लिए नवीनतम कृषि ज्ञान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भी किया जाता है।

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