भारत गेहूं के उत्पादन में विश्व में दूसरे स्थान पर आता है। हमारे देश में गेहूं की फसल रबी की फसल के रूप में उगाई जाती है। इसकी खेती सबसे ज्यादा हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में की जाती है। उत्पादन के मामले में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर आता है और प्रति एकड़ उत्पादन के हिसाब से पंजाब में सबसे ज्यादा पैदावार होती है।
गेहूं की खेती सम्पूर्ति सिंचाई के माध्यम से की जाती है। गेहूं की खेती में मुख्य रूप से कई बातों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है। आइए अब जानते है गेहूं की सफल फसल के लिए किन आवश्यक बातों का ध्यान रखें जिससे के अच्छी उपज प्राप्त हो।
फसल चक्र का भी गेहूं की खेती में अहम् योगदान है। फसल चक्र अपना कर भी आप फसल की पैदावर में वृद्धि की जा सकती है। फसल चक्र गेहूं की फसल के लिए रोग प्रतिरोधी और वैकल्पिक खरपतवार नियंत्रण विकल्प साबित हो सकता है। जिस खेत में गेहूं की फसल उगाई जाती है उस खेत में दलहनी फसलों को उगने से नाइट्रोजन स्थिरीकरण के माध्यम से फसल की उपज में वृद्धि होती है।
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फसल के उत्पादन में उन्नत किस्मों का अहम् योगदान होता है। उन्नत किस्म रोग प्रतिरोधी होती है और अधिक पैदावार देती है। रोग प्रतिरोधी किस्मों से अधिक उपज इसलिए मिलती है क्योकि फसल में रोग नहीं आते जिससे की पैदावार पर कोई असर नहीं होता है।
खरपतवार नियंत्रण
गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण बहुत आवश्यक है। खरपतवार फसल की उपज को बहुत हद तक कम कर सकते हैं। जो खाद और उर्वरक आप फसल में डालते हैं, उनको खरपतवार द्वारा ग्रहण कर लिया जाता है जिससे फसल की उपज कम हो जाती है इसलिए गेहूं की अधिक पैदावार पाने के लिए खरपतवार नियंत्रण बहुत आवश्यक है।